सूरौठ में दूसरे दिन भी रियासत कालीन परंपराओं के साथ निकली ईशर गणगौर की शोभा यात्रा
बड़ी गणगौर की सवारी देखने उमड़ा जनसैलाब आकर्षक सजीव झांकियों ने मोहा लोगों का मन
करौली: सूरौठ कस्बे में चल रहे चार दिवसीय गणगौर मेले के अवसर पर शनिवार को दूसरे दिन रियासत कालीन परंपराओं के साथ ईशर गणगौर की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में काफी संख्याा में आकर्षषक झांकियां शामिल रही। राजसी ठाट-बाट एवं शाही लवाजमे के साथ जब गणगोर माता की सवारी एसबीआई बैंक के पास स्थित ऐतिहासिक गढ एवं सूरौठ महल से निकली तो बुजुर्ग लोगों को देश की आजादी से पहलेे का रियासत काल याद आ गया। आकर्षक झांकियों एवं बैंड बाजे के साथ पुलिस सुरक्षा में बड़ी गणगौर की शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में गणगौर माताा की सवारी एवं आकर्षक झांकियों को देखने के लिए ग्रामीणों का सैलाब उमड़ पड़ा।
ईशर गणगौर की शोभायात्रा में सरपंच प्रतिनिधि राम अवतार शर्मा, मेला कमेटी के अध्यक्ष नत्थू सिंह सहित काफी संख्या में सर्व समाज के पंच पटेल एवं राजपूत समाज के लोग शामिल हुए। शोभायात्रा के दौरान दुर्गा माता, भगवान विष्णु, परशुराम, बिरसा मुंडा, भोलेनाथ, कृष्ण भगवान सहित कई झांकियां निकाली गई।जयपुर रियासत का प्रमुख ठिकाना रहे सूरौठ कस्बे में गणगौर मेले का इतिहास 269 वर्ष पुराना है। रियासत काल से ही से मेला अनवरत रूप से चला आ रहा है। देश की आजादी के बाद भले ही रियासत काल समाप्त हो गया है किंतु सूरौठ कस्बे का गणगौर मेला अभी भी रियासत कालीन परंपराओं एवं रीति रिवाजों के साथ भरता है। रियासत कालीन परंपराएं गणगौर मेले की पहचान बन गई है। रियासत कालीन परंपराओं को देखने के लिए ही क्षेत्र के गांवों से लोग सूरौठ कस्बे पहुंचते हैं। गणगोर माता की सवारी सांय चार बजे रियासत कालीन गढ एवं सूरौठ महल से शुरू हुई तथा एसबीआई बैंक, मुख्य बाजार स्टेशन रोड, मुख्य चौराहे, पुलिस चौकी सर्किल एवं मरघट तिराहे सहित कई स्थानों से होती हुई गढ़ एवं सूरौठ महल में पहुंची। शोभा यात्रा के दौरान काफी संख्या में सजीव झांकियां निकाली गई। झांकियों को देखने के लिए मकानों एवं दुकानों की छतों पर ग्रामीणों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। गणगौर मेले में ग्रामीणों ने खूब मनोरंजन किया। गणगोर माता की सवारी पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ निकाली गई। गणगोर मेले के दौरान कई स्थानों पर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया। गोवर्धन भक्त मंडल की ओर से गणगौर मेले में बाहर स आने वाले दुकानदारों के लिए भोजन के पैकेट वितरित किए गए। गणगौर मेले के दौरान समाज कंंटकों की निगरानी के लिए कई स्थानोंं पर सीसीटीवी कैमरेे लगाए गए। गांधी स्मारक मैदान में रहटक लगाए गए।
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