पीडब्ल्यूडी मंत्री से मिला सूरौठ के लोगों का शिष्टमंडल
अवैध टोल वसूली बंद करवाने एवं टोल प्लाजा को धंधावली से हटाकर करौली भरतपुर जिला सीमा पर शिफ्ट करवाने की मांग की
कैबिनेट मंत्री ने दिया जल्द ही समस्या समाधान का दिलाया भरोसा
सूरौठ, करौली: भरतपुर गंगापुर स्टेट मेगा हाईवे पर गांव धंधावली के पास स्थित टोल प्लाजा पर सूरौठ के लोगों से की जा रही अवैध टोल वसूली को बंद करवाने एवं टोल प्लाजा को नियमानुसार धंधावली से हटाकर करौली भरतपुर जिला सीमा पर शिफ्ट करवाने की मांग को लेकर कस्बे के लोगों का शिष्टमंडल सोमवार को गांव ज्ञानी का नंगला में राज्य के सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव से मिला। लोगों ने पीडब्ल्यूडी मंत्री जाटव को ज्ञापन सौंपकर कस्बा सूरौठ से मात्र 1 किलोमीटर दूर स्थित धंधावली टोल प्लाजा को विभाग की डीपीआर रिपोर्ट के मुताबिक करौली भरतपुर जिला सीमा पर स्थित गांव धाधरैन के पास स्थापित करवाने की मांग की।
पीडब्ल्यूडी मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि इस संबंध में आरएसआरडीसी के अधिकारियों को निर्देश देकर जल्द ही समस्या का समाधान करवाया जाएगा। हिंडोन देहात ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता प्रमोद तिवाड़ी, रिंकू मीणा मंजर, युवक कांग्रेस के लोकसभा महासचिव राहुल मीणा, उपसरपंच श्याम सुंदर सैनी, खुशवंत मीणा, जय सिंह मीणा, मनोज मावई ज्ञानी आदि ने समीप के गांव ज्ञानी का नंगला में नव क्रमोन्नत विद्यालय के शिलान्यास एवं सोलर पंप के लोकार्पण कार्यक्रम में आए सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजन लाल जाटव को ज्ञापन सौंपकर सूरौठ के वाहन चालकों से अवैध रूप से की जा रही टोल वसूली को अविलंब बंद करवाने की मांग की।
पीडब्ल्यूडी मंत्री को अवगत कराया गया कि आरएसआरडीसी के नियमानुसार 20 हजार आबादी वाले किसी भी गांव से 2 किलोमीटर के दायरे में कोई भी टोल बूथ स्थापित नहीं किया जा सकता जबकि सूरौठ तहसील मुख्यालय से टोल बूथ की दूरी महज 1 किलोमीटर है। ज्ञापन में बताया कि सूरौठ कस्बे की आबादी करीब 25 हजार है फिर भी नियमों को ताक में रखकर गांव धंधावली के पास जबरदस्ती टोल बूथ को स्थापित किया गया है।
ज्ञापन में बताया कि डीपीआर रिपोर्ट में टोल बूथ को करौली भरतपुर जिला सीमा पर चिन्हित किया गया था। इसके बावजूद भी आरएसआरटीसी विभाग द्वारा डीपीआर में चिन्हित स्थान को बदलकर सूरौठ से मात्र 1 किलोमीटर दूर गांव धंधावली के पास टोल बूथ को स्थापित कर दिया है। जब टोल बूथ स्थापित किया गया था उस समय जब लोगों ने विरोध किया तो कहा गया था कि सूरौठ एवं आसपास के गांवों के लोगों को टोल मुक्त रखा जाएगा लेकिन सूरौठ के लोगों से भी टोल वसूली की जा रही है। जिससे क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है।
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