2500 वर्ष पुरानी गौरवशाली बौद्ध पद्धति से विवाह संखार संपन्न हुआ
भरतपुर: महाकारुणिक बुद्ध व परमश्रद्धेय बाबा सहाब डॉ.आंबेडकर की असीम अनुकम्पा से श्रद्धेय उपासक हम्मीर सिंह जी व श्रद्धेया उपासिका सुनीता जी निवासी ग्राम रायसीस तहशील नदबई जिला भरतपुर राज्य राजस्थान की सुपुत्री दारिका प्रीति बौद्ध बौद्ध का मंगल पाणिग्गह संखार मंगल विवाह संस्कार बौद्धों की 2500 वर्ष पुरानी गौरवशाली परम्परा बौद्ध पद्धति से धम्मभूमि टीम बाडी धौलपुर राजस्थान द्वारा फौजदार मैरिज होम नदबई जिला भरतपुर में श्रद्धेय उपासक सुरेश कौशल जी व श्रद्धेया उपासिका सन्तो जी निवासी मंगल विहार कॉलोनी सैपऊ रोड धौलपुर जिला धौलपुर राज्य राजस्थान के सुपुत्र दारक अजय कौशल बौद्ध के साथ दोनों परिवारों की पूर्ण सहमति से सम्पन्न कराया।
मंगल पाणिग्गह संखार,मंगल विवाह संस्कार का मंगलारम्भ महाकारुणिक बुद्ध की प्रतिमा व छायाचित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित के साथ मोमबत्तियां प्रज्ज्वलित बुद्ध वंदना,त्रिशरण व पंचशील कर किया गया । दोनों परिवारों के सहमति व्यक्त करने के बाद दारक-दारिकाओं के स्वीकृति शपथ के साथ पांच संकल्प के उपरांत दारक-दारिकाओं को एक दूसरें के पुष्प माला डलवाते हुए पुष्पवर्षा के साथ अट्ठमंगलगाथा का सामूहिक संघायान कर दारक-दारिकाओं व परिवारीजनों को मंगलकामनाएं प्रदान की गयी।अन्त में दारक-दारिकाओं के माता-पिताओं को एक-दूसरें का पुष्प मालाओं के साथ स्वागत करवाते हुए सब्बे सत्ता के साथ संखार समारोह का समापन किया गया।
नवयुगलों को नव ग्रहस्थ जीवन में प्रवेश करने के लिए अनन्त मंगलकामनाएं धम्मभूमि टीम को बुलाकर संखार करवाने व व्यवस्था स्थापना में अहम भूमिका निभाने के लिए दोनों परिवारों व उपस्थित जनसमूह को बहुत बहुत साधुवाद एवं हार्दिक आभार आपका यह निर्णय परमश्रद्धेय बाबा सहाब की परिकल्पना को साकार करने में सहायक सिद्ध होगा।
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