Mulayam Singh Yadav: मुलायम सिंह यादव को मिले ‘भारत रत्न’, समाजवादियों ने की मांग ?
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को समाजवादी राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने पत्र लिखकर कहा है, ''समाजवादी विचारधारा को ध्यान में रखते हुए नेता जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देने की अविलंब घोषणा की जानी चाहिए।
Lucknow: समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव मंगलवार को पंच तत्व में विलीन हो गए. उनके पैतृक गांव सैफई में हजारों की संख्या में लोगों ने उनकी अंतिम यात्रा में भाग लिया और नेताजी के बड़े बेटे अखिलेश यादव ने नम आंखों से अपने पिता मुखाग्नि दी. अब मुलायम सिंह यादव को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की मांग उठी है. ये मांग समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने की है सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र भेजकर मुलायम सिंह को भारत रत्न देने की मांग की है. आईपी सिंह ने पत्र में लिखा है, ”देश ने अपने सबसे प्रिय नेता मुलायम सिंह यादव को खो दिया. एक ऐसा नेता, जिसका जीवन ही संघर्ष का दूसरा नाम है. एक ऐसा व्यक्तित्व, जिसने समाजिक न्याय की ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी और सर्वस्व राष्ट्र के नाम समर्पित कर दिया. यूपी के छोटे से कस्बे सैफई के एक पिछड़े परिवार में जन्म लेने वाले नेताजी लगभग 6 दशकों तक सदैव देश की राजनीति का केंद्र बिंदू बने रहे. वह सही मायने में राजनीति के पहलवान हैं|
समाजवादी विचारधारा को ध्यान में रखकर दें ‘भारत रत्न’- सपा प्रवक्ता
आईपी सिंह ने आगे पत्र में लिखा, ”वह गरीबों के मसीहा थे और आजीवन सिर्फ गरीब कल्याण की राजनीति की. समाज के जिस वंचित और शोषित वर्ग के लिए नेताजी ने संघर्ष किया, उस वर्ग की पीड़ा और दर्द आपसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता. उनके करोड़ों चाहने वालों और समाजवादी विचारधारा को ध्यान में रखते हुए नेता जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की अविलंब घोषणा की जानी चाहिए.”
विक्रमादित्य मार्ग का नाम भी बदल कर नेताजी के नाम पर रखने की उठी मांग
आपको बता दें कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुख्य पक्षकार मनीष यादव ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर विक्रमादित्य मार्ग का नाम नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव के नाम पर रखने की मांग की है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुख्य पक्षकार मनीष यादव ने पत्र में लिखा है, ”श्रद्धेय नेता जी का पूरा जीवन विक्रमादित्य मार्ग पर बीता है, इसलिए यह मार्ग नेता जी के नाम से जाना जाए. हज़रतगंज चौराहा पर लगी महापुरुषों की प्रतिमा की तर्ज़ पर श्रद्धेय नेता जी मुलायम सिंह यादव जी की प्रतिमा भी लगाई जाए.” और कई समाजवादियों ने भी नेता जी के नाम पर अन्य स्थलों का नाम रखने की मांग|
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