भरतपुर सेन्ट्रल जेल मे जेलर द्वारा की जा रही चौथ बसूली की शिकायतों को लेकर जिला जज,कलेक्टर व एस.पी.से मिले -राजा भईया
सेन्ट्रल जेल भरतपुर मे जेलर मेहरबान बंदी परेशान,जेलर व गुर्गे करते है फोन एप से चौथ बसूली
सेन्ट्रल जेल भरतपुर मे गरीब बंदियों का खून चून्स रहे है जेलर
भरतपुर: कहते है कि ज़ब रक्षक ही भक्षक बन जायें तों फिर नईया राम भरोसे ही होती है इसी को चरित्रार्थ करते हुए सेन्ट्रल जेल भरतपुर मे बंदियों व उनके परिजनों से अबैध चौथ बसूली का संसनी खेज मामला खोलते हुए दिल्ली हाई कोर्ट के एडवोकेट एवं हिंदुस्तान शिवसेना के राष्ट्रीय प्रमुख राजेन्द्रसिंह तोमर राजा भईया ने आज यहाँ भरतपुर पहुँच कर जिला जज, जिला कलेक्टर, व एस. पी. महोदय से मिल कर लिखित शिकायतें दर्ज कराई है, प्रेस नोट व शिकायतों की प्रतियां जारी करते हुए स्वम पत्रकारों के समक्ष उपस्थित हो कर राजा भईया ने बताया कि भरतपुर सेन्ट्रल जेल के जेलर पूरन चंद शर्मा जेल सिपाही महेश शर्मा व उनके अन्य कैदी साथी जेल मे बंद बंदियों को प्रताड़ित कर उन्हें अच्छा भोजन व अन्य अबैध सुबिधाये जेल मे उपलब्ध कराने तथा बंदियों का जेल रिकार्ड खराब करने व उन्हें तन्हाई कोठरी मे डालने या हाई रिश्क जेल अजमेर मे भेजनें की धमकियां दे कर बंदियों व उनके परिजनों से अबैध चौथ बसूली करते है और यह बसूली बड़े हाई टैक ढंग से मोबाईल फोन पे, पेटीएम व गूगल पे के द्वारा की जाती है, एडवोकेट तोमर ने बताया कि उनके कर्जन ब्रदर और क्लाइंट जितेंद्र उर्फ़ जीतू पुत्र श्रीचंद को पिछले ढाई महीनो पहले ही इस जेल मे एक जानलेवा हमले के मामले मे सजा बंदी के रूप मे सवाई माधोपुर जेल से यहाँ भेजा गया था, जेल के जेलर पूरन चंद शर्मा सिपाही महेश व इनके साथियों ने उसके साथ भी उपरोक्त यही सब करके उसके परिचितों व परिजनों से अब तक लगभग 63-700/- रूपये भिन्न भिन्न फोन एपो मे अलग अलग रकम डलवा कर बसुले है, इतना ही नहीं हद तों तब हो गई ज़ब बंदी जितेंद्र को 50-000/- रूपये एक साथ और मंगवाने की वर्ना जेल मे अलार्म बजा कर अंदर ही जान से मारने की धमकियां उपरोक्त जेल कर्मियों व इनके साथियों द्वारा दी जाने लगी तब मजबूरन दुःखी हो कर बंदी जीतेन्द्र ने जेल एसटीडी से फोन कर यह बात राजा भईया को बताई!अब तक फोन पे, पेटीएम आदि मे डलवाये गए रुपयों के स्क्रीन सॉट व जिन फोन नंबरों मे ये लोग रकम डलवाते है उनको दिखाते हुए उन्होंने बताया कि जेलर पूरन व सिपाही महेश व इनके साथी कैदी गुर्गे, पहले अच्छी तराह बंदियों को प्रताड़ित करने के बाद जेल से ही अलग अलग मोबाईल फोनो से उनके परिजनों व परिचितों से उनकी बात कराते है और फिर उन्हें यह लोग भिन्न भिन्न मोबाईल नम्बर दे कर उनमे रूपये डलवाते है! राजा भईया ने पत्रकारों को बताया कि उनके भाई जितेंद्र द्वारा उन्हें सूचना देने पर उन्होंने बीस, इक्कीस फरबरी व एक मार्च को इस बाबत सभी तथ्यों सहित मुख्यमंत्री सहित सभी संबन्धित अधिकारियो से अलग अलग शिकायतें ई मेल व स्पीड पोस्ट से भेज कर की थीं, परन्तु आज तक कोई कार्यवाही उन शिकायतों पर नहीं होता देख आज वह स्वम यहाँ पहुचे है और जिला जज, जिला कलेक्टर व जिले के पुलिस अधीक्षक महोदय से मिल कर उन्हें शिकायतों से अवगत कराते हुए उन पर तत्काल उचित कानूनी कारवाही करने की गुहार लगाई है, राजा भईया ने यह भी बताया की जो बंदी या उनके परिजन जेलर पूरन सिपाही महेश व इनके साथीं कैदी गुर्गो को रूपये देते है उन्हें जेल के लंगर से ही अलग से बढ़िया खाना चाय नाश्ता दिया जाता है, उन्हें जेल मे हर अबैध व प्रतिबंधित बस्तुए गुटका तम्बाकू बीड़ी सिगरेट ड्राइफ़्रूट यहाँ तक की शराब और मोबाईल फोन तक उपलब्ध करा दिए जाते है एक साधरण शराब की बोतल की क़ीमत छ से सात हजार रूपये किपैड मोबाईल की क़ीमत तीस से पेंतीस हजार और एंड्राइड फोन की कीमत सत्तर से अस्सी हजार रूपये, अच्छे खाने के लिए हर माह तीन हजार से पेन्तिसो रूपये सिगरेट की डब्बी दो हजार बीड़ी का बंडल पंद्रह सौ रूपये मे उपलब्ध करा दिया जाता है सिम चार्जर की भी कोई परेशानी नहीं है बस बंदी इन्हे पैसा दिलवाता रहे?
राजा भईया का दावा है कि जो फोन नम्बर उन्होंने उपलब्ध कराये है अगर इनकी और इन नंबरों से जुड़े बैंक खातों की सर्विलांस व तकनीकी जाँच निष्पक्ष रूप से करा ली जायें तों ये लाखों का नहीं करोड़ो रुपयों की अबैध चौथ बसूली का मामला खुल कर सामने आएगा, उन्होंने बताया की कल वह इसी मामले मे जयपुर जाकर डीजीपी महोदय पुलिस और डीजी महोदय जेल से भी मिलेंगे और उन्हें भी शिकायत पत्र देंगें!राजा भईया ने यह भी बताया कि इससे पहले भी वर्ष 2020 मे जिला जेल टोंक मे भी इसी तराह के बंदियों से अबैध चौथ बसूली के अन्य दो मामलो का खुलसा कर वहाँ एफ आई आर दर्ज करवा चूके है और उस समय टोंक जेल के जेलर रहे सत्यनारायण शर्मा वर्तमान मे भरतपुर जेल के उपरोक्त जेलर पूरन चंद शर्मा के भाई है, उनमे से एक मामला जिला न्यायालय टोंक मे व दूसरा मामला विशेष पुलिस यूनिट के पास विचाराधीन है! अब देखना यह है की राजा भईया की ये मुहीम कब तक और कहाँ तक रंग लाती है और दोषियो के खिलाफ आखिर कब तक कार्यबाही होती है!
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