झारखण्ड राज्यपाल बोले सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के चित्र इसलिए लगाते हैं कि हमे उनके चित्र को देखकर उनके आदर्शों का ज्ञान हो सके

Jul 15, 2023 - 05:34
Jul 20, 2023 - 06:32
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झारखण्ड राज्यपाल बोले सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के चित्र इसलिए लगाते हैं कि हमे उनके चित्र को देखकर उनके आदर्शों का ज्ञान हो सके

झारखंड राज्यपाल बोले दमोह के सभी समाज के लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगा कि, उन्होंने बिना सरकार की सहायता लिए अपने समाज के लोगों की सहायता से ही दमोह में इतनी बड़ी मूर्ति की स्थापना का निश्चय किया, इसके लिये समाज के सभी लोग बधाई के पात्र हैं। सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की जो भी कहानी का है, उनकी जीवनी देखेंगे तो हम उन्हें यूं ही याद नहीं करते है, हम उन्हें उनके कार्यों को देखकर याद करते हैं। हम उनके आदर्शो और मार्ग पर चलने का संकल्प लें। दमोह में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की आदमकद प्रतिमा का आज अनावरण मुख्य अतिथि राज्यपाल झारखंड श्री रमेश बैस जी के करकमलों से किया गया। कार्यक्रम में दमोह सांसद व केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल, पूर्व मंत्री जयंत मलैया, पूर्व मंत्री डॉ रामकृष्ण कुसमरिया, कुर्मी क्षत्रिय समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय सिंह निरंजन, जिला पंचायत के अध्यक्ष रंजीता गौरव पटेल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल, दमोह विधायक अजय टण्डन, हटा विधायक पी.एल. तंतुवाय, पथरिया विधायक रामबाई सिंह, जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह, सांसद प्रतिनिधि नरेन्द्र बजाज, नगर पालिका अध्यक्ष मंजु बीरेन्द्र राय, पूर्व विधायक लखन पटेल,बैजनाथ पटेल, आरसी पटेल, दमोदर पटेल, राजेन्द्र सिंह पटेल, गोपाल पटेल, गौरव पटेल, नरेंद्र व्यास सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। इस मौके पर राज्यपाल श्री बैस का मंच पर स्वागत किया गया, समाज की पत्रिका का विमोचन किया गया और राज्यपाल जी का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया ।

झारखण्ड के राज्यपाल श्री रमेश बैस ने कहा लोग अपने घरों में दीवारों पर कई फोटो लगाते हैं, जिनमे सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के चित्र इसलिए लगाते हैं कि हमे उनके चित्र को देखकर उनके आदर्शों का ज्ञान हो सके, यदि हम भटक रहे हो तो उनके चित्र को देखकर उनके आदर्शो पर चलने का निश्चय कर सके। इस आशय के विचार झारखण्ड के राज्यपाल श्री रमेश बैस ने आज सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की मूर्ति अनावरण उपरांत गरिमामय कार्यक्रम को संबोधित करते हुये व्यक्त किये।

राज्यपाल श्री रमेश बैस ने कहा मुझे केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल जी ने फोन करके बताया था कि दमोह में समाज के लोगों ने सरदार पटेल की बहुत बड़ी मूर्ति की स्थापना की है, इस कार्यक्रम में बुलाकर मेरे सम्मान के लिए नहीं बल्कि मुझे सरदार वल्लभ भाई पटेल जी का सम्मान करने का अवसर दिया, इसके लिए मैं आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।

उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल जी की मूर्ति बनवाई है, जब मूर्ति बनाने की परिकल्पना की गई तो पूरे देश से लोहा इकट्ठा करने के लिए कार्यक्रम बनाया गया, यदि वे चाहते तो अष्ट धातु की मूर्ती बना सकते थे, लेकिन उन्होंने लोहे से बनवाई क्योंकि हम सरदार वल्लभभाई पटेल जी को लौह पुरुष कहते हैं। आज वह स्थल विश्व प्रसिद्ध हो गया है।

राज्यपाल श्री बैस ने कहा सरदार पटेल जी ने देश के लिए काम किया, 18 साल की उम्र में भगत सिंह ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

उन्होंने कहा समाज में यदि हर कोई है यह निश्चय करले की मैं समाज के लिये कुछ करना है, जैसे कहते हैं बूंद-बूंद से घड़ा भरता है, यदि हमारे समाज के हर व्यक्ति महीने साल में कुछ राशि दें तो समाज के खाते में कितना पैसा जमा होगा इसकी कल्पना नहीं की जा सकती है।

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा व्यक्तिगत तौर पर आज मेरे लिए भी ऐतिहासिक दिन है, हमने अपने संघर्ष की इस यात्रा में वह मुकाम हासिल किया है, आज के दिन समाज का हर व्यक्ति गर्व से सर ऊंचा उठाकर सरदार साहब के चरणो में नमन कर सकता है। उन्होंने कहा इस अवसर को देने वाले झारखंड के राज्यपाल श्री बैस जी हमारे बीच में है।

उन्होंने कहा सरदार पटेल जी ने वकालत के तौर पर उन्होंने ऊंचाइयों प्राप्त की है जो साधारणतया दूसरे व्यक्ति को मिलती नहीं है। इस मंच के माध्यम से प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करना चाहूंगा उन्होंने मां नर्मदा के तट पर दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति सरदार साहब की लगाई अब देश जान पाया कि वास्तव में सरदार की क्या कीमत थी। सरदार साहब की शख्सियत अलग है।

उन्होंने कहा हमें अपने इस काम पर गर्व होना चाहिए, सरदार पटेल ऐसा नाम है जो भी भारत का नक्शा देखता है, सरदार को याद किए बगैर पूरा नहीं हो सकता, उन्हें जब सरदार की उपाधि मिली थी, तब किसानों की लड़ाई लड़ रहे थे उस बलिदान के लिए हर कोई उन्हें नमन करता है। सरदार पटेल के लिए कर्तव्य पहले होता था, निजी काम बाद में होते थे। कहानियां सुनना और उनका अनुपालन करना, यह दोनों अलग-अलग बातें हैं, सरदार पटेल ने जब देश को एक किया तो उन्हें लोह पुरुष की उपाधि दी गई। नौजवान मित्रों से कहना चाहता हूं कि सरदार पटेल जब 1913 में बैरिस्टर बनकर भारत आए, जब वह पहली बार महात्मा गांधी जी से मिले उनमे मूल-चूल परिवर्तन हुआ सरदार साहब का यह चेहरा है आज यहां दिख रहा हैं।

केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा जवानी में जो चीजें हम कमाते हैं, वह हमारा शौक हो सकता है लेकिन आदर्श बनने के लिए सरदार पटेल के पद चिन्हों पर चलने के लिए हमें सरदार की तरह अपने जीवन में परिवर्तन करना चाहिए। यदि हम सरदार साहब की विरासत के सच्चे अनुयायी हैं तो आप सब से विनती करूंगा, मैं लगातार आपका जनप्रतिनिधि होने के नाते यह बात दृढ़ता से कहूंगा जीवन को कहीं और देखने की जरूरत नहीं है अपने आप को पलट कर देखिए, सरदार साहब से सीखना है, उनके जैसा साहस हमारे भीतर पैदा होना चाहिए जिसके साथ में सात्विकता हो।

उन्होंने कहा आप सरदार पटेल की जीवनी पढ़िए जिन्होंने भी उनकी खिलाफत की हो लेकिन एक भी जगह उनके ऊपर उंगली नहीं उठाई है। पहली बार यहां पर सरदार पटेल की दिव्य और भव्य मूर्ति समाज के लोगों के योगदान से बनी हैं, इसलिए समाज को हृदय से धन्यवाद देता हूं, हाथ जोड़कर उन तमाम समाज के लोगों का नमन करता हूं, आपने एक ऐतिहासिक काम किया। उन्होंने कहा हमेशा से उनका मत रहा है, सरकार के खर्चे से मूर्तियां नहीं लगना चाहिए, हमारे पुरुषार्थ के पैसे से मूर्तियां लगना चाहिए, श्रद्धा हमारी है तो श्रद्धा हमारे भीतर से पैदा होना चाहि और वह काम इस जिले के समाज के लोगों ने किया।

राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा पहली बार राज्यपाल आदरणीय श्री बैस जी दमोह की धरती पर पधारे हैं, मेरे पास शब्द नहीं है आपका आभार व्यक्त करने के लिए, आपकी यात्रा बेहद कठिन यात्रा थी, आपने जो हमारा मान रखा, मैं उन दमोह वासियों की तरफ से, समाज की तरफ से, यहां का सांसद होने के नाते अपनी तरफ से, बैठे हुए सभी जनप्रतिनिधियों की तरफ से दोनों हाथ जोड़कर आपका आभार मानता हूं आपको धन्यवाद करता हूं।

कार्यक्रम का संचालन माधव पटेल ने और आभार प्रदर्शन पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

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Dheeraj Kumar Ahirwal Dheeraj Kumar Ahirwal Is A Journalist And Madhya Pradesh State Head Of Mission Ki Awaaz.