राजस्थान: दलित अत्याचार से आहत 250 लोगों ने त्यागा हिन्दू धर्म, पुलिस पर भी लगाए आरोप
बारां ( राजस्थान ) । राजस्थान में बारां जिले में बताया जा रहा है कि 250 लोगों ने बौद्ध धर्म अपनाया है । मामला राजस्थान के बारां जिले के बापचा थाना क्षेत्र के भूनोल गांव का है जहां नवरात्रा में दलित युवक माता जी की आरती में शामिल हुआ था। उसके बाद उन्होंने दलित युवकों को पीटा और यह मामला बना है।
पुलिस के मुताबिक ?
दलित परिवारों ने घरों में लगी हिन्दू देवी-देवताओं की प्रतिमा व चित्र निकालकर सामूहिक रूप से बैथली नदी किनारे पहुंच कर पानी में विसर्जित कर दी । सभी ने बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की 22 प्रतिज्ञा दोहराते हुए बौद्ध धम्म स्वीकार कर लिया है। जबकि पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक " केवल 12 लोगों ने हिन्दू धर्म त्याग कर बौद्ध धम्म अपनाने की बात कही है। इनमें 9 लोग राजेन्द्र के परिवार के व तीन गांव के अन्य लोग है।"
पुलिस पर कार्यवाही ना करने का आरोप
अत्याचार से आहत दलित संगठनों ने शुक्रवार को भूनोल गांव में सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली निकाली । गांव के सभी दलित अपने घरों से हिन्दू देवी-देवताओं के चित्र व प्रतिमा हाथों में लेकर रैली के रूप में बेथली नदी किनारे पहुंचे। यहां सभी ने हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्ति का नदी में विसर्जन कर बौद्ध धम्म अपना लिया। दलित परिवारों का आरोप है कि " उन्होंने उच्चाधिकारियों को भी शिकायत दी थी, लेकिन दलित होने के कारण उसकी सुनवाई नहीं हुई। अब आरोपी दलित परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।"
जब हम हिन्दू मानते ही नहीं.........
पीड़ित ने कहा कि उन्होंने अपमानित कर मारपीट की। पीड़ित राजेन्द्र बताते हैं कि, “यह लोग जब हमें हिन्दू मानते ही नहीं। मंदिरों में पूजा करने से रोकते हैं तो फिर ऐसे हिन्दू धर्म में रहकर क्या करेंगे। इसीलिए हमारे गांव भूनोल के 250 लोगों ने गत शुक्रवार 21 अक्टूबर को बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की 22 प्रतिज्ञाओं के साथ बौद्ध धम्म अपना लिया और हमने हमारे घरों से हिन्दू देवी-देवताओं की प्रतिमा व चित्र निकाल कर नदी में विसर्जित कर दिए।"
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