Kedarnath Helicopter Crashed: केदारनाथ में हेलिकॉप्टर क्रैश, पायलट समेत 7 लोगों की मौत
Helicopter Crash: उत्तराखंड में केदारनाथ से दर्शन कर के श्रद्धालुओं को लेकर लौट रहा प्राइवेट कंपनी का हेलिकॉप्टर मंगलवार दोपहर को घाटी में हादसे का शिकार हो गया। इस दुर्घटना में पायलट समेत 7 लोगों की मौत होने की खबर आ रही है। मृतकों में तमिलनाडु और गुजरात के 3-3 श्रद्धालु भी हैं। हेलिकॉप्टर क्रैश होने की वजह खराब मौसम और कोहरे की धुंध को बताया जा रहा है।
उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार ने बताया है कि आर्यन एविएशन कंपनी का बेल-407 हेलिकॉप्टर केदारनाथ से दो किलोमीटर दूर दुर्घटना ग्रस्त हुआ। ऐसा लगता है कि ज्यादा कोहरे की धुंध होने के कारण विजिबिलिटी कम थी और इसी वजह के चलते हेलिकॉप्टर घाटी में किसी चीज से टकरा गया। इसके बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई। हेलिकॉप्टर के पायलट 57 वर्षीय अनिल सिंह उड़ा रहे थे, जो महाराष्ट्र के रहने वाले थे। NDRF और राज्य की आपदा प्रबंधन टीमों ने शवों को निकालकर हेलिपैड तक पहुंचाया। उत्तराखंड में हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद हेली कंपनियों पर सवाल उठने लगे हैं। इन पर डीजीसीए और एनजीटी के मानकों की अनदेखी करने के आरोप लगते रहे हैं।
कंपनियों पर उठ रहे सवाल
उत्तराखंड में केदारनाथ के पास से हेलिकॉप्टर गुप्तकाशी के लिए जैसे ही उड़ान भरा। तुरंत उसके बाद गरुड़ चट्टी के पास घाटी में लोगों को तेज आवाज सुनाई देती है और हेलिकॉप्टर में आग लग गई। और हेलिकॉप्टर नीचे ज़मीन पर गिर गया। कई प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि वहां रह-रह कर बारिश हो रही थी। और कोहरे की धुंध थी। इससे सवाल उठ रहे हैं कि अगर केदारनाथ में मौसम खराब था तो हेलिकॉप्टर को उड़ने की अनुमति किसने दी। विमान सेवाओं के नियामक डीजीसीए और विमान हादसों के जांच ब्यूरो AAIB ने हादसे की पड़ताल करेगी।उत्तराखंड सरकार ने भी मैजिस्ट्रेट जांच के तत्काल आदेश दे दिए हैं। विमान मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है। कि हमारा मंत्रालय स्थिति की निगरानी कर रहा है।
राष्ट्रपति समेत कई अन्य नेताओं ने भी दुःख व्यक्त किया
उत्तराखंड में हेलिकॉप्टर क्रैश होने की खबर सुनकर लोगो दुखित है। राष्ट्रपति समेत कई अन्य नेताओं ने भी अपना दुःख व्यक्त किया और जांच कराने की मांग किया।
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