भरतपुर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का मनाया 66 वा महापरिनिर्वाण दिवस।
भरतपुर बसपा ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
बहुजन समाज पार्टी के तत्वाधान में डॉ. भीमराव अंबेडकर के 66 वे परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि व विचार संगोष्ठी कार्यक्रम अंबेडकर भवन जिला कलेक्ट्रेट के सामने भरतपुर में आयोजित किया गया। जिसके मुख्य अतिथि प्रदेश प्रभारी सुरेश आर्य रहें। जिसकी अध्यक्षता मोती सिंह पार्षद ने की। कार्यक्रम की शुरुआत अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर तथा दो मिनट मौन धारण कर की गई। जिसमें सुरेश आर्य ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने छह दिसंबर 1956 को अंतिम सांस ली थी. आज के दिन 'परिनिर्वाण दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
अंबेडकर दलित वर्ग को समानता दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष करते रहे.उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों, दलितों और समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए न्योछावर कर दिया. अंबेडकर ने खुद भी उस छुआछूत, भेदभाव और जातिवाद का सामना किया है, जिसने भारतीय समाज को खोखला बना दिया था.आर्य ने कहा कि बसपा ही बाबा साहब के मिशन को पूरा करने में लगी हुई हैं। प्रत्येक वर्ग को न्याय मिलें, जाति,रंग, लिंग के आधार पर किसी तरह का भेदभाव न हो, दलितों को घोड़ी से ना उतारा जाए, सभी को सम्मान मिलें। आज राजस्थान कांग्रेस सरकार में दलित मुस्लिम गरीब लोगों के साथ हो रहे अन्याय अत्याचार को रोकने में विफल हैं।तथा मोती सिंह पार्षद ने कहा कि आज भी देश में अंबेडकरवादी पार्टी सिर्फ़ और सिर्फ़ बसपा मिशन को लेकर चलती हैं।जो इस मिशन को धोखा देता है उसको अंबेडकरवादी लोग जरुर सबक सिखाते है।
इस अवसर पर राजवीर बेसला, विजय राम, राजेन्द्र सोना, प्रेम सिंह अंबेश, वीरेंद्र धाकड़, बिजेंद्र देशवाल, धीसाराम पटेल, मोनू सिंह होडलिया, अंकुर गौतम,ईश्वर बहज,शेर सिंह कुशवाह, कुमारपाल सेन, कैलाश कर्दम, अरविन्द कुरवालिया, हीरालाल जाजोरिया, राजपाल बेसला,रविंद सालाबाद, विशंबर राठी, प्रताप चौकीपुरा, इलियास खान, रमेश खेड़ा आदि कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।
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