जल जीवन मिशन में गति लाकर निर्धारित लक्ष्यों को समय पर करें पूरा -आलोक रंजन
भरतपुर: जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक जिला कलक्टर आलोक रंजन की अध्यक्षता में मंगलवार को कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
जिला कलक्टर आलोक रंजन ने जल जीवन मिशन के तहत आईएसए द्वारा हर घर जल कनेक्शन के संबंध में की गई जागरूकता अभियान पर असंतोष जाहिर करते हुए मिशन में जागरूकता लाने के लिए पंचायत समिति की आमसभा, ग्राम सभा एवं उपखण्ड स्तरीय बैठकों में हर घर जल कनेक्शन से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी देकर विभागीय अधिकारी प्रचार प्रसार अभियान चलायें जिससे योजना के संबंध में आमजन में सकारात्मक सोच कायम हो सके। उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे प्रत्येक ब्लाॅक में योजना की बेहतर स्थिति वाले ग्रामों का चयन कर सूची तैयार करें जिससे उन्हें जल चैपालों में आदर्श जल पंचायत के रूप में प्रदर्शित किया जा सके। उन्होंने जिले के 129 पेयजलविहीन विद्यालयों में एक माह की अवधि में प्राथमिकता से पेयजल कनेक्शन जारी करने के निर्देश अधीक्षण अभियंता को दिये।
जिला कलक्टर ने जेजेएम योजना में सामुदायिक भागीदारी को बढाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सरपंचों, पंचायत समिति सदस्यों एवं जिला परिषद के सदस्यों की सहभागिता बढाने के निर्देश दिये। उन्होंने सीओ जिला परिषद को जेजेएम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की क्षतिग्रस्त सडकों की मरम्मत की वास्तविक स्थिति के लिए संबंधित कनिष्ठ अभियंता एवं ग्राम सेवक की टीम गठित करने के निर्देश दिये। उन्होंने नगर, डीग, रूपवास, उच्चैन एवं भुसावर में कम उपलब्धि अर्जित करने पर अधिशाषी अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को क्षतिग्रस्त सडकों के संबंध में बैठक लेकर पंचायतीराज विभाग के सहयोग से क्षतिग्रस्त सडकों के मरम्मत कराने के निर्देश दिये तथा नवीनीकृत सडकों की रोड कटिंग बिना सक्षम अनुमति के नहीं करने के कडे निर्देश पीएचईडी के अधिकारियों को दिये। उन्होंने ग्राम पंचायत दीवली में पेयजल टंकी निर्माण हेतु सम्बन्धित अभियंता को फिजीबिलटी की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये जिससे निर्धारित स्थान पर पेयजल टंकी का निर्माण कराया जा सके। उन्होंने जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता को 15 दिवस में पीएचईडी से सम्बन्धित विद्युत कनेक्शन जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने 31 मार्च तक जल जीवन मिशन के निर्धारित लक्ष्यों में 60-70 प्रतिशत प्रगति हासिल करने के निर्देश पीएचईडी के अधिकारियों को दिये।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीनिधि बीटी, भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी गौरव सालुखे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ लक्ष्मण सिंह, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी साहब सिंह, चम्बल परियोजना के अधीक्षण अभियंता मुकेश अग्रवाल सहित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता मौजूद रहे।
What's Your Reaction?