वोट हमारा, राज तुम्हारा नहीं चलेगा मेघवंशी समाज सम्मेलन में बोले भंवर मेघवंशी
भीलवाड़ा: आलमास पंचायत के झरना महादेव तीर्थ क्षेत्र में मेघवंशी समाज आम चौखला द्वारा निर्मित बाबा रामदेव मंदिर में मूर्ति स्थापना के अवसर आयोजित सम्मेलन में सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी ने कहा कि राजनीतिक दल अनुसूचित जाति और जन जाति के लोगों को इंसान नहीं बल्कि वोटों की मशीन समझती हैं, केवल वोट लेकर सत्ता प्राप्त करने के अलावा कुछ भी भला दलित आदिवासी समुदाय का नहीं किया जाता है, ऐसी स्थिति में मान्यवर काशीराम का नारा समाज को याद रखना होगा कि वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा.
मेघवंशी समाज के सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुँचे सामाजिक कार्यकर्ता भंवर मेघवंशी ने कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब हम हर राजनीतिक दल और जन प्रतिनिधि का सोशल ऑडिट करें कि इसने दलित आदिवासी समुदाय का क्या भला किया, इनके स्टाफ़ में इन वर्गों से कितने लोग है ? राजनीतिक भागीदारी में इन समुदायों की क्या हिस्सेदारी तय की गई, क्या इन जनप्रतिनिधियों ने अपने कार्यकाल में अनुसूचित जाति व जनजाति के युवाओं को निजी व सरकारी तथा अर्धसरकारी क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर मुहैया करवाये हैं अथवा केवल अपनी ही जाति का विकास किया है। मेघवंशी ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि मीठी मीठी बातों से काम नहीं चलने वाला है, नेताओं और पार्टियों से मुश्किल सवाल पूछने होंगे और उनके कामों का सोशल ऑडिट करके अगले चुनाव में इसका समुचित जवाब देना होगा. अपने अधिकार माँगना अगर बग़ावत है तो वह की जानी चाहिए।
मेघवंशी ने इससे पहले समाज के महासम्मेलन में उपस्थित संतों, पंचों, अधिकारी कर्मचारियों , जन प्रतिनिधियों और साधारण जनों को सम्बोधित किया। मेघवंशी समाज, आम चौखला झरना महादेव बाबा रामदेव सेवा समिति के अध्यक्ष देबी लाल मेघवंशी ने बताया कि सम्मेलन से पूर्व सात दिवसीय आध्यात्मिक उत्सव हुआ, जिसमें सत्संग, फड़ वाचन, भजन संध्या, नौ कुंडिय हवन , मूर्ति स्थापना और कलश यात्रा और मंदिर के शिखर पर कलश स्थापना के साथ साथ महाप्रसादी का आयोजन भी किया गया.
समाज के युवाओं की कमांडो फ़ोर्स ने पंच पटेलों के मार्गदर्शन में अच्छी भूमिका निभाई, मालजी का खेड़ा धूणी के संत लच्छीराम जी महाराज का सानिध्य मिला और सम्पूर्ण कार्यकारिणी ने रात दिन एक करके हज़ारों लोगों की उपस्थिति में सफल कार्यक्रम आयोजित किया। सम्मेलन में बालू मेघवंशी, नारायण मेघवंशी, कैलाश मेघवंशी, रामेश्वर मेघवंशी ,लादू सोनवा, गोपी मेघवंशी, प्यार जी मेघवंशी, देवा मेघवंशी बबलू मेघवंशी, लादू पलासिया , शंकर मेघवंशी , महावीर मेघवंशी, राजू मेघवंशी, लादू मेघवंशी, हरदेव मेघवंशी, दिनेश मेघवंशी, सुरेश मेघवंशी, श्याम लाल मेघवंशी, कालू मेघवंशी,रामकरण मेघवंशी, ने भी विचार व्यक्त किए।
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