बेटियां परिवार एवं समाज का अभिन्न अंग: सम्भागीय आयुक्त
भरतपुर: जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन मंगलवार को यूआईटी ऑडिटोरियम में सम्भागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
इस अवसर पर सम्भागीय आयुक्त वर्मा ने राष्ट्रीय बालिका दिवस की बधाई एवं शुभकामनांए पे्रषित करते हुए बेटियों की परिवार एवं समाज में अभिन्न भूमिका बताई। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री महोदय द्वारा बेटियों के लिए जन्म से लेकर शिक्षा प्राप्त करने तक की सम्पूर्ण व्यवस्था विभिन्न योजनाओं के माध्यम से करवायी जा रही है जिनमें प्रमुख रूप से राजश्री योजना, उडान योजना, मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क यूनीफाॅर्म वितरण योजना, कालीबाई भील स्कूटी वितरण, देवनारायण स्कूटी वितरण, राजीव गांधी स्काॅरलशिप फाॅर एकेडमिक एक्सीलेंस एवं अनुप्रीति योजना सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने समारोह में उपस्थित बालिकाओं, महिलाओं एवं अभिभावकों से मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पंजीकरण न होने की स्थिति में योजना के लाभों की जानकारी देते हुए पंजीकरण कराने की अपील की।
कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष गंगाराम पाराशर ने राष्ट्रीय बालिका दिवस की महत्वता बताते हुए अभिभावकों एवं बालिकाओं के उत्साहवर्धन एवं जाग्रति पैदा करने के लिए आयोजन को आवश्यक माना तथा उन्होंने उपस्थित बालिकाओं से अपील की कि वे असमाजिक तत्वों का सुदृढ़ता से जबाव दें तथा बालिकाएं अपनी समस्याओं को बेझिझक अपने माता-पिता, भाई-बहन तथा विद्यालय में अध्यापिकाओं को बतायें। महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक राजेश कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में 10वीं एवं 12वीं में उच्चतम अंक प्राप्त करने वाली 19 मेधावी बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र व 5-5 हजार रूपये की राशि देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बेटी को जन्म देने वाली 15 प्रसूताओं के साथ सामूहिक रूप से केक काटकर बेटी जन्मोत्सव मनाया। कार्यक्रम में महात्मा गांधी सिविल लाइन विद्यालय, एसबीके विद्यालय की बालिकाओं द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ थीम पर लघु नाटक एवं गीत गायन की प्रस्तुति दी गयी।
इस अवसर पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक एवं माध्यमिक रामेश्वर दयाल बंसल, बाल कल्याण समिति के सदस्य मदनमोहन, सीडीपीओ भरतपुर एवं कुम्हेर, कवि जय सारस्वत सहित राजकीय एवं निजी विद्यालयों की बालिकाएं, आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका एवं साथिनों ने भाग लिया।
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