एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मनाई डॉ भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि
हिंडौन सिटी, करौली: अखिल भारतीय विधार्थी परिषद हिण्डौन इकाई ने राजकीय महाविद्यालय केम्पस मे डॉ भीमराब अम्बेडकर की पुण्य तिथि कार्य कर्ताओ के साथ मनाई. जिला समिति सदस्य योगेंद्र ने कहा कि 14 अप्रैल1891 को मध्य प्रदेश के छोटे गाँव महू में जन्म लेने वाले भीमराव अम्बेडकर ने भारत को एक संवैधानिक राष्ट्र बनाने में विशिष्ट योगदान दिया। उन्होंने भारत में शिक्षा तथा कानून के प्रति अपने विचारों को कोने-कोने तक पहुँचाया और देशवासियों को यह अहसास दिलाया कि शिक्षा का उनके जीवन में कितना अधिक महत्व है। उनका कहना था कि शिक्षा का अधिकार किसी भी धर्म, जाति, सम्प्रदाय की पृष्ठ भूमि से जुड़ा हुआ नहीं होना चाहिये।
प्रत्येक व्यक्ति को यह मूलभूत अधिकार मिलना ही चाहिये।उनके नेक विचारों ने लोगों को उनके साथ जुड़ने में मदद की। जब 6 दिसम्बर 1956 को बाबा साहेब का स्वर्गवास हुआ तब समूचे देश भर में शोक की लहर दौड़ गयी, किन्तु सभी ने मिलकर यह निर्णय लिया कि वे कभी भी बाबा साहेब की विचार धारा को खत्म नहीं होने देंगे।यही कारण है कि आज उनकी 67वीँ पुण्यतिथि पर सभी उनके विचारों एवं योगदान को स्मरण कर रहे हैं।
आज के दिन को महा परिनिर्वाण दिवस के रूप में भी मनाते हैं क्योंकि बाबा साहेब बौद्ध धर्म के महान अनुयायी थे और बौद्ध धर्म में महा परिनिर्वाण का अर्थ है ” मृत्यु के पश्चात निर्वाण अर्थात मोक्ष प्राप्त होना।” इस दौरान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रामवीर गुर्जर योगेंद्र ,सतवीर सिंह ,देवेश सुनील राय आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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