आदिवासी युवक की दिनदहाड़े मौत
आदिवासी युवक की दिनदहाडे़ ली जान
जोधपुर: राजस्थान में अनुसूचित जनजाति का भी बाहुल्य क्षेत्र है, मगर यह समझा जाना जरुरी है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री के गृह जिले से आदिवासी समुदाय पर अत्याचार रुकने का नाम नही ले रहा है, बल्कि समूचे राजस्थान में आदिवासीयो पर अत्याचार बढा है,
मीडिया से बातचीत करते हुए सामाजिक कार्यकर्त्ता सोहन धनारी ने कहा - "राजस्थान राज्य जुल्म अत्याचार का गढ बनता जा रहा है लेकिन यहां की आम जनता अभी भी नींद में सो रही है और इन्ही अपराधियो का सपोर्ट करने वाली सयकारो खो वोट देकर इन्हे उभार रही है, जोधपुर जिले के बाप तहसील के सिंघडा़ गांव मे जो 1 मई 2023 को दिनदहाड़े रेवतराम एक भील युवक के साथ अज्ञात आरोपियो ने मारपीट की !
और अगले दिन जोधपुर एमबीएमऔर अगले दिन जोधपुर एमडीएम हॉस्पिटल में दम तोड़ दियालगातार चौथे दिन भी परिवार और समाज हॉस्पिटल में मोर्चरी के आगे लेलगातार चौथे दिन भी परिवार और समाज हॉस्पिटल में मोर्चरी के आगे न्याय पाने के लिए लगातार धरने पर बैठा है लेकिन अभी तक प्रशासन आरोपी कोलगातार चौथे दिन भी परिवार और समाज हॉस्पिटल में मोर्चरी के आगे न्याय पाने के लिए लगातार धरने पर बैठा है लेकिन अभी तक प्रशासन आरोपी को पता नहीं लगा सकतेसाथ ही उन्होंने कहायह हमें कहीं ना कहीं मिलाजुला खेल लगता है ! आने वाले 24 घंटों में अगर परिवार को न्याय नहीं मिला तो बहुजन समाज सड़कों पर उतरकर न्याय के लिए आवाज बुलंद करेगा ! अगर परिवार को न्याय नहीं मिला तो बहुजन समाज सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ जाम करने का काम करेगा,
आपको बता दे कि कुछ पहले ही आदिवासी बेटी का पूजा भील का मामला भी सामने आया है, और कार्तिक भील के मामले मे भी अभी तक परिवार को न्याय नही मिला है !
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