धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व की वाउंड्री वॉल का कार्य जारी, बनेगा देश का 54वाँ टाइगर रिजर्व
देश का 54वाँ एवम् भरतपुर संभाग के दूसरे टाइगर रिजर्व धौलपुर करौली का वाउंड्री वॉल का कार्य तेजी से चल रहा है । सरकार से टाइगर रिजर्व की मंजूरी मिलने के बाद से ही लोगों के बीच वार्ता का दौर जारी था, लेकिन वन विभाग ने फुर्ती दिखाते हुए अपना काम शुरू कर दिया है ।
करौली ( मंडरायल ) : देश का 54वाँ एवम् भरतपुर संभाग के दूसरे टाइगर रिजर्व धौलपुर करौली का वाउंड्री वॉल का कार्य तेजी से चल रहा है । सरकार से टाइगर रिजर्व की मंजूरी मिलने के बाद से ही लोगों के बीच वार्ता का दौर जारी था, लेकिन वन विभाग ने फुर्ती दिखाते हुए अपना काम शुरू कर दिया है । ईटीवी भारत की रिपोर्ट के मुताबिक धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व एरिया के लिए 100 गांव विस्थापित होंगे लेकिन पंजाब केसरी की रिपोर्ट के मुताबिक यहां से 50 गांव विस्थापित होंगे ।
धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व क्षेत्र रणथंभौर, रामगढ़ विषधारी, मुकुंदरा पहाड़ियों और मध्य प्रदेश और राजस्थान के अन्य संरक्षित क्षेत्रों से सटा हुआ है।
कुल 1075 स्क्वायर किलोमीटर में फैला है टाइगर रिजर्व : नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) ने राजस्थान में एक साथ दो नए टाइगर रिजर्व एरिया को मंजूरी दी है। धौलपुर करौली के साथ-साथ कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व को भी मंजूरी दी गई है ।
धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व दो तरह के एरिया में फैला हुआ है, जिसका पहला कोर एरिया है जो 580 स्क्वायर किलोमीटर है वहीं दूसरा एरिया 495 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है जो कुल 1075 स्क्वायर किलोमीटर में फैला टाइगर रिजर्व क्षेत्र है।
भ्रम की स्थिति : कहा ये जा रहा है की 18 साल से ऊपर के प्रति व्यक्ति को 15 लाख का मुआवजा मिलेगा लेकिन बांसवाड़ा भास्कर में प्रकाशित 31 अक्टूबर की रिपोर्ट के मुताबिक मुआवजे के लिए 21 साल उम्र होना जरूरी है । अब भी धौलपुर और करौली के लोगों के बीच भ्रम की स्थिति बनी है ।
सवाईमाधोपुर जिले के रणथंभौर टाईगर रिजर्व में बाघों की संख्या 90 के करीब पहुंच गई है, आए दिन बाघों की आपसी वर्चस्व की लड़ाई में कई बाघ जान गवां चुके हैं । ऐसे में अब नया टाइगर रिजर्व बनने से रणथंभौर के बाघों को भी पर्याप्त जगह मिल पाएगी और बाघों के बीच होने वाले आपसी संघर्ष में कमी आएगी । क्योंकि उन्हें मूवमेंट के लिए धौलपुर - करौली टाइगर रिजर्व एरिया मिल जाएगा ।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा : क्षेत्र में टाइगर रिजर्व एरिया बनने से धौलपुर एवं करौली जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा । मौजूदा वक्त में धौलपुर जिले के जंगलों में करीब 25 से 30 टाइगर हैं इसके अलावा अन्य प्रजाति के जीव जंतु भी पाए जाते हैं ।
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