छात्र बुर्का और हिजाब में क्यों आ रहे है, ये क्या है नया नियम कानून, इसके लिए अलग मदरसा है : बालमुकुंद आचार्य
छात्र बुर्का और हिजाब में क्यों आ रहे हैं? ये क्या है नया नियम-कानून?...इसके लिए अलग मदरसा है...मैंने स्कूल प्रशासन से सिर्फ इतना अनुरोध किया है कि वे छात्रों से बात करें और उन्हें समझाएं...मैं सीएम से आग्रह करूंगा कि सभी स्कूलों में एक ड्रेस कोड लागू किया जाए ।
जयपुर | हिजाब पर उनके कथित बयान पर उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर, राजस्थान के भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य कहते हैं, "यह (विरोध) कुछ लोगों द्वारा किया गया है जो राजनीति कर रहे हैं। मैंने लड़कियों से बात की और उनके साथ अच्छी बातचीत हुई। हमने बात की।" पीएम मोदी की योजनाओं और उनकी पढ़ाई के बारे में...सच्चाई ये है कि वहां गणतंत्र दिवस, बसंत उत्सव, वार्षिक समारोह या स्वतंत्रता दिवस जैसे मौकों पर ड्रेस कोड का चलन नहीं है...
छात्र बुर्का और हिजाब में क्यों आ रहे हैं? ये क्या है नया नियम-कानून?...इसके लिए अलग मदरसा है...मैंने स्कूल प्रशासन से सिर्फ इतना अनुरोध किया है कि वे छात्रों से बात करें और उन्हें समझाएं...मैं सीएम से आग्रह करूंगा कि सभी स्कूलों में एक ड्रेस कोड लागू किया जाए स्कूल और छात्र केवल अपनी स्कूल यूनिफॉर्म में ही आते हैं..."
जानकारी के अनुसार मामला जयपुर के गंगापोल इलाके में स्थित एक सरकारी स्कूल से जुड़ा हुआ है, छात्राओं का कहना था कि स्कूल के एनुअल फंक्शन के मौके पर हम लोगों की तरफ से स्थानीय विधायक बालमुकुंद आचार्य को बुलाया गया था । यहां आकर उन्होंने हमारे हिजाब को लेकर बातें की, धार्मिक नारे लगवाए, यह हमें कतई मंजूर नहीं है ।
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