कोटा। उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा है कि राजस्थान सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पित है। वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में व्यवस्थित तरीके से कार्य किया जा रहा है। 100 दिन की कार्य योजना बनाकर चरणबद्ध तरीके से विकास को गति दी जा रही है।
उप मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कोटा प्रवास के दौरान कहा कि हम उस दौर में है, जब भारत का विश्व पटल पर मान सम्मान बढा है,हमारे सपने पूरे हो रहे हैं। अब सभी आत्मनिर्भर हों, कोई भी कल्याणकारी योजनाओं से वंचित नहीं रहे, इस उद्देश्य से वंचित और अंतिम छोर के व्यक्ति को मुख्य धारा में लाना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार की सख्ती और कड़े कदम उठाए जाने के फलस्वरूप पेपर लीक की घटनाओं पर रोक लगी है। शिक्षा तंत्र में भी समीक्षा कर आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
शिक्षा और ’संस्कारों के साथ आगे बढ़ती जाएं छात्राएं’
उप मुख्यमंत्री ने यहां राजकीय वाणिज्य कन्या महाविद्यालय, राजकीय कन्या महाविद्यालय एवं राजकीय कला कन्या महाविद्यालय के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण किया।
लोकार्पण समारोह में हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियां हमारा गौरव हैं। वे शिक्षा और संस्कारों के साथ आगे बढ़ते हुए हर क्षेत्र में अपना, समाज और राष्ट्र का नाम रोशन करें। महाविद्यालयों में उनकी प्रतिभाओं को फलने फूलने के व्यापक अवसर मिलेंगे। कोटा दक्षिण विधायक श्री संदीप शर्मा ने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे बढ रही हैं। कोटा की बेटिया भी इन महाविद्यालयों के जरिये कॅरियर एवं जीवन में सफलता की नई ऊंचाईयां प्राप्त करेंगे। लाडपुरा विधायक श्रीमती कल्पना देवी ने भी छात्राओं का आह्वान किया कि वे बड़े सपने देखें और उन्हें पूरा करें, राज्य सरकार उनकी हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।
कार्यक्रम में राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा सिंह, महाविद्यालय प्राचार्यगण, स्टाफ एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे। छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
ऐसे नवाचार करें कि विद्यार्थियों में स्ट्रेस न होने पाए—
उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा ने कोटा प्रवास के दौरान स्टूडेंट वेलफेयर सोसाइटी एवं हॉस्टल एसोसिएशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भी शिरकत की।
यहां उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थान इस तरह के नवाचार करें कि विद्यार्थियों में स्ट्रेस न बढ़े,दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं न हों। उन्होंने आह्वान किया कि कोचिंग एवं हॉस्टल संचालक राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करते हुए विद्यार्थियों को सकारात्मक एवं घर जैसा माहौल देने के प्रयास करें जिससे शिक्षा में कोटा का नाम निरंतर ऊंचाइयां छुए। कोचिंग संस्थान संचालकों की ओर से केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के संबंध में उनका पक्ष रखे जाने की बात कही गई जिस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि संबंधित पक्षों के साथ बैठकर विचार विमर्श किया जाएगा।