द बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया की एक दिवसीय मीटिंग सूरौठ के गांव खेडी हैवत में संपन्न
वर्षावास कार्यक्रम के तहत विचार यात्रा एवं बौद्ध गोष्ठी का आयोजन
करौली: द बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया (भारतीय बौद्ध महासभा) के तत्वाधान में राजस्थान के करौली जिले की सूरौठ तहसील के गांव खेड़ी हैबत में वर्षावास कार्यक्रम के तहत विचार यात्रा एवं बौद्ध गोष्ठी का आयोजन किया गया। भगवान तथागत गौतम बुद्ध और विश्व रतन संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर, श्रद्धा सुमन अर्पित कर बुद्ध वंदना के साथ कार्यक्रम का आगाज हुआ।
इस अवसर पर श्रद्धेय भंते डॉ अमर ज्योति आगरा द्वारा धम्म देशना दी गई एवं त्रिशरण और पंचशील का पाठ किया गया। मुख्य अतिथि रेलवे स्टेशन मास्टर बबलू मीणा भरतपुर, विशिष्ट अतिथि पूरनलाल कोटवास रहे। बबलू मीणा द्वारा बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं बहुजन समाज में जन्मे महापुरुषों की विचारधारा को आगे बढ़ाने हेतु अपने विचार रखे। मंच का संचालन फूल सिंह बौद्ध द्वारा किया गया। राजकुमारी बौद्ध, सुमेर बौद्ध, हेमलता बौद्ध, मानसिंह बौद्ध, के पी बौद्ध भरतपुर सहित कई अन्य वक्ताओं ने अपने उद्बोधन द्वारा बाबा साहब के सपनों का भारत, बौद्धमय भारत किस तरह बनाया जाए। भंते डॉ अमर ज्योति द्वारा उपस्थित जन समूह को बताया गया कि बुद्ध का मार्ग ही भारत को विश्व गुरु बना सकता है उन्होंने बताया कि बुद्ध ने इस दुनिया को मानव मानव एक समान का संदेश दिया, भंते जी ने बताया कि हमें भगवान तथागत गौतम बुद्ध और बाबा साहब के बताए हुए मार्ग पर चलना चाहिए ना कि उन्हें पूजना आगे उन्होंने बताया कि हम बाबा साहब और भगवान बुद्ध की मूर्तियां लगाकर धम्म से दूर जा रहे हैं, उन्होंने बताया कि हम अपने मन को जीत लेंगे तो हमें बुद्धत्व की प्राप्ति हो जाएगी। इस कार्यक्रम का आयोजन भारत लाल बौद्ध खेडी हैबत द्वारा किया गया।
इस अवसर दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के दक्षिण राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद बौद्ध, प्रदेश उपाध्यक्ष बौद्धदाचार्य पूरणमल बौद्ध, प्रदेश उपाध्यक्ष संरक्षक लक्ष्मण प्रसाद गौतम, प्रदेश महामंत्री हरिचरण बौद्ध, उपाध्यक्ष सतीश कुमार बौद्ध, प्रदेश कोषाध्यक्ष जमुना, बौद्ध प्रदेश मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश वर्मा, जिला अध्यक्ष मानसिंह बौद्ध, गोपाल स्वामी बौद्ध, राजा राम बौद्ध, प्रेम सिंह बौद्ध भूर सिंह कोटरा बौद्ध, गोपी बौद्ध, गोपाल गोंडलिया, पवन बौद्ध अलवर, सुरेश बौद्ध चिनायटा, गुड्डी, पूनम चिनायटा, विजेंद्र कोटरा, प्रेम सिंह कोटरा, दिनेश रोत हडिया, गोपाल चमरोला, जय लाल पटेल, हरिराम फुलवाड़ा सहित सैकड़ो बौद्ध धम्म अनुयायियों, उपासक उपासकाएं उपस्थित रहे।
What's Your Reaction?