सरकार बिना आरक्षण पालिसी के टीचर की कर रही भर्तियां, भर्ती रद्द करने की उठाई मांग
गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार व चौ0देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा में बिना आरक्षण के टीचर्स भर्ती करने का है मामला
सर्व अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के तत्वावधान में विभिन्न संगठनों की गुरु रविदास मंदिर में समिति के प्रधान चन्दन सिंह जालवान की अध्यक्षता में गत सोमवार को हुई में बैठक में गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार और चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा द्वारा बिना आरक्षण के की जा रही टीचर्स की भर्तियों पर रोष प्रकट किया गया और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर मांग की है कि आरक्षण की उपेक्षा करके की जा रही इन भर्तियों पर तत्काल रोक लगाई जाए। बैठक का संचालन करते हुए संघर्ष समिति के महासचिव एवं कबीर सामाजिक उत्थान संस्था, दिल्ली के प्रमुख सलाहकार बिरदी चंद गोठवाल ने बताया कि इन दोनों विश्वविद्यालयों के 28 विभागों में पार्ट टाइम टीचर्स की भर्तियां की जा रही हैं जिनका साक्षात्कार 12 से 14 अगस्त तक होगा। मिडिया के माध्यम से सिरसा के रजिस्ट्रार राजेश कुमार बांसल का यह ब्यान देना कि आरक्षण केवल नियमित भर्तियों के लिए होता है। रजिस्ट्रार का यह ब्यान हास्यप्रद होने के साथ साथ दलित विरोधी मानसिकता को उजागर करता है जो असंवैधानिक है और न्यायसंगत नहीं है। हरियाणा कर्मचारी के पूर्व प्रधान जय नारायण व , डॉ अम्बेडकर जन जाग्रति मंच के प्रधान जसवंत भाटी, गुरु रविदास महासभा के पूर्व प्रधान हरि सिंह बड़कोदिया, संघर्ष समिति उपाध्यक्ष एवं पूर्व डीएफओ वीर सिंह गोठवाल, पूर्व चीफ मैनेजर मदनलाल डाडैया, रिटायर्ड कर्मचारी यूनियन के प्रधान ओमप्रकाश दायमा, प्रदेश लेखापरीक्षक रामकुमार ढ़ैणवाल, हजरस के पूर्व प्रधान सुरेश सिरोहा, भारतीय सामाजिक परिवर्तन संघ के सुमेर सिंह गोठवाल, हरिराम महारानिया, रविदास महासभा के उप प्रधान बाबूलाल नारनोलिया, कृष्ण तोबड़ा आदि ने दुर्भावना से ग्रस्त इस जातिगत मानसिकता पर रोष प्रकट करते हुए कहा कि सरकार इन भर्तियों पर तत्काल रोक लगाए और ऐसी ओछी मानसिकता रखने वाले अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए।
इस अवसर पर कबीर सामाजिक उत्थान संस्था के प्यारेलाल चवन, पूर्व प्रधान रामचंद्र ग्रोवर, संघर्ष समिति के सचिव हजारीलाल खटावला, रामशरण रेवाला, सुरेश नारनोलिया, अमरनाथ सिरोहा, थानेदार पन्नी राम व महावीर महायच, सुरेन्द्र नारनोलिया, हरिराम सिरोहा, धर्मवीर कटारिया, कंवर सिंह, प्रधान प्रभु दयाल, दयानंद सांवरिया, सरजीत नंबरदार, हरफूलसिंह, महावीर साम्भरिया, मानसिह, शेर सिंह बाछोदिया, सरपंच सूबे सिंह, रामनिवास लमोरिया, इंद्रसिंह, शिम्भुदयाल, कन्हैयालाल कलोरिया, महेंद्र सिंह, राजेश नंबरदार, ओमपाल, रामकिशन, जोरावर, सीता राम, कर्ण सिंह, दलीप सिंह, रोहतास, ब्रह्मानंद वाल्मीकि, जगदीश नारनोलिया आदि अनेक गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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