करौली जिले हेतु नाबार्ड की संभाव्यता युक्त ऋण योजना 2024-25 पुस्तिका का विमोचन
करौली, 22 दिसम्बर। संभाव्यता युक्त ऋण योजना (पीएलपी)पुस्तिका 2024-25 का विमोचन भारतीय रिज़र्व बैंक की लीड बैंक स्कीम के दिशा निर्देशों के अनुरूप जिले के भौगोलिक, आर्थिक एवं बैंकिंग परिदृश्य, कृषि तंत्र तथा उपलब्ध आधारभूत सुविधाओं व संसाधनों को ध्यान में रख कर नाबार्ड द्वारा प्रति वर्ष संभाव्यता युक्त ऋण योजना (पोटैन्श्यल लिंक्ड क्रेडिट प्लानदृ पीएलपी नाम से एक डॉक्यूमेंट प्रकाशित किया जाता है। इस में करौली जिले में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों जैसे कृषि, कृषि की सहायक गतिविधियोंतथा सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्योग तथा अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों, इत्यादि के लिए ब्लॉक-वार ऋण संभाव्यताओं का अनुमान प्रदर्शित किया जाता है। नाबार्ड द्वारा अगले वित्तीय वर्ष के लिए तैयार की गई पीएलपी के आधार पर अग्रणी जिला प्रबंधक द्वारा जिले की वार्षिक ऋण योजना-एसीपी बनाई जाती है जिसमें सभी बैंकों के लिए ऋण लक्ष्य निर्धारित किए जाते है।
इसी क्रम में अग्रणी बैंक कार्यालय द्वारा दिनांक 21 दिसम्बर को आयोजित जिला स्तरीय समीक्षा समिति, जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक में करौली जिले हेतु नाबार्ड द्वारा वर्ष 2024-25 के लिए तैयार की गई पीएलपी (संभाव्यता युक्त ऋण योजना) पुस्तिका का विमोचन जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह द्वारा किया गया। पुस्तिका में आगामी वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जिले में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र के लिए कुल 2225.85 करोड़ की ऋण संभाव्यताओं का आकलन किया गया है। नाबार्ड के सहायक महा प्रबन्धक (जिला विकास) पुनीत हरित ने करौली जिले के सभी बैंकों से अनुरोध किया कि नाबार्ड की संभाव्यता युक्त ऋण योजना तथा अग्रणी जिला प्रबंधक की वार्षिक साख योजना के अनुसार लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए वर्ष 2024-25 के लिए अपनी व्यवसाय योजना बनाएं एवं तदनुसार प्रयास करें। बैठक के दौरान सीईओ ज़िला परिषद मीना नीरू तुलसीराम, अग्रणी जिला प्रबंधक अक्षय कुमार शर्मा, भारतीय रिजर्व बैंक के अग्रणी जिला अधिकारी तनुज चंद्रा, बीआरकेजीबी बैंक के क्षेत्रीय प्रबन्धक सुनील अग्रवाल सहित संबन्धित सरकारी विभागों के अधिकारीगण तथा बैंकों के जिला समन्वयक अधिकारी उपस्थित रहे।
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