अस्पृश्यता निवारण-सामाजिक आवश्यकता के विषय पर कार्यक्रम का आयोजन
शांति एवं अहिंसा निदेशालय के द्वारा राज्य स्तरीय समारोह आयोजित
भरतपुर: शांति एवं अहिंसा निदेशालय द्वारा अस्पृश्यता निवारण सामाजिक आवश्यकता राष्ट्रीय कार्यक्रम का राज्य स्तरीय आयोजन महात्मा गांधी वेटनरी कॉलेज भरतपुर के ऑडिटोरियम में किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने झण्डारोहण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा, जिला संयोजक शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ उमेश शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन रतन कुमार स्वामी, सचिव शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दाताराम एवं नगर निगम आयुक्त बीना महावर सहित अन्य अधिकारीगण तथा शांति एवं अहिंसा निदेशालय के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निदेशक मनीष शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शाें एवं सीख को जन-जन तक सही रूप में पहुॅचाने के लिए प्रदेश में शांति एवं अहिंसा निदेशालय के साथ सभी जिलों में अहिंसा प्रकोष्ठ स्थापित किया है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शाें के अनुरूप सामाजिक एकता, समरसता एवं जागरूकता के कार्य कर रहा है।
संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान अस्पृश्यता निवारण-सामाजिक आवश्यकता पर विशेषज्ञोें द्वारा दिये गये व्याख्यानों की सार्थकता तभी है जब हम इनके विचारों को अपने जीवन में उतारकर व्यवहार में अपनायें। इस दौरान सचिव शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दाताराम ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार सदैव प्रेरित करते हैं, प्रत्येक व्यक्ति के लिए उनका जीवन अनुकरणीय है अतः शिविर में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को गांधी के विचारों व आदर्शाें को आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांधी ने सम्पूर्ण देश को एकता के सूत्र में पिरोया था उनके आदर्श आने वाली पीढियों के लिए भी प्रेरणादायी रहेंगे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सचिव राष्ट्रीय हरिजन सेवक संघ गांधी आश्रम एवं नेशनल यूथ प्रोजेक्ट ट्रस्ट से संजय रॉय ने महात्मा गांधी के जीवनदर्शन से जुडी महत्वपूर्ण घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए अस्पृश्यता को जड से समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्य वक्ता रमेश चंद वर्मा प्रदेश अध्यक्ष बौद्ध जागृति मंच राजस्थान ने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन प्रेरणास्त्रोत है वे अपने जीवनमूल्य, आदर्शों के माध्यम से सदैव अमर रहेंगे। गांधी का अहिंसा का सिद्धान्त अनुकरणीय है। छुआछूत अमानवीय कृत्य है ऐसे मानवता को शर्मशार करने वाले कृत्य से समाज देश कलंकित होता है जिसे डॉ भीमराव अंबेडकर एवं महात्मा गांधी ने भारतीय समाज से दूर करने के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया अब हमारी आप सभी की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसी दूषित मानसिकता को समाज से जड़ से समाप्त करने का संकल्प लें।
जिला संयोजक उमेश शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में राज्य के प्रत्येक जिलों से शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ से जुडे 5 व्यक्तियों तथा जिले में ग्राम स्वराज से जुडे विषयों पर कार्य करने वाले 5 व्यक्तियों ने कार्यक्रम में भाग लिया एवं भरतपुर जिले की प्रत्येक पंचायत समिति से 15 प्रतिभागी शामिल हुए। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के प्रथम सत्र में अस्पृश्यता निवारण सामाजिक आवश्यकता राष्ट्रीय कार्यक्रम विषय पर प्रमुख प्रवक्ताओं द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये।
इस अवसर पर उपनिदेशक शांति एवं अहिंसा निदेशालय हाकम खान, अध्यक्ष राष्ट्रीय समग्र सेवा संघ सवाई जयसिंह, वरिष्ठ गांधीवादी धर्मवीर कटेवा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ जिला संयोजक धौलपुर धर्मेन्द शर्मा एवं जिला संयोजक अलवर हिमांशु शर्मा, जिला सह संयोजक शुभम सैनी, जिला आयोजना समिति के सदस्य प्रभाव सिंह, हेमचंद, अतुल चतुर्वेदी, सविता फौजदार एवं पवन शर्मा सहित ब्लॉक संयोजक नरेश लवानियां भरतपुर, नवीन प्रधान नगर, उमलेश सोलंकी बयाना, सोनू शर्मा कामां, गंभीर सिंह वैर,जुगलकिशोर उच्चैन, नरेश सैनी सीकरी एवं शरीफ खान पहाडी से शामिल हुए। मंच का सचालन अनुपमा चीमा एवं पूर्व जिला संयोजक देवेन्द्र शर्मा ने किया।
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