राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन 2023 संपन्न, देश के कई प्रांतों से बौद्धों एवं अंबेडकर समाज के लोगों का उमड़ा जनसैलाब

पंचशील के झंडों के साथ नीला हुआ विद्याधर नगर स्टेडियम

Sep 11, 2023 - 15:00
Sep 11, 2023 - 15:06
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राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन 2023 संपन्न, देश के कई प्रांतों से बौद्धों एवं अंबेडकर समाज के लोगों का उमड़ा जनसैलाब

जयपुर: मिशन जय भीम राजस्थान के तत्वावधान में विशाल राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन विद्याधर नगर स्टेडियम जयपुर में संपन्न हुआ । प्रातः 10.30 बजे भिख्खुओ का चक्रमण हुआ समता सैनिक दल के वर्दीधारी सैनिकों ने सलामी दी । पुष्पांजलि के बाद भिख्खु नागराज ने त्रिशरण पंचशील दिया तथा अतिथियों का सम्मान किया तथा बौद्ध धम्म एवं बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर के नारों से पूरा समारोह स्थल गूंज उठा एवं पंचशील के धम्म ध्वज एवं नीले रंग में पूरा विद्याधर नगर स्टेडियम रंग गया।स्वागत भाषण एडवोकेट रघुनाथ बौद्ध प्रदेशाध्यक्ष मिशन जय भीम ने कार्यक्रम की रुपरेखा बताते हुए सभी का स्वागत किया। 

अतिथियों में बाबा साहब के पौत्र भीमराव यशवंतराव अंबेडकर राष्ट्रीय अध्यक्ष समता सैनिक दल, राजेन्द्र पाल गौतम पूर्व केबिनेट मंत्री दिल्ली सरकार व राष्ट्रीय अध्यक्ष मिशन जय भीम, भंते सुमित रतन महाथेरो लखनऊ यूपी,डा राजरतन अंबेडकर राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय बौद्ध महासभा, के .सी.घुमेरिया जी अध्यक्ष अखिल भारतीय मीणा विकास समाज , हाफिज मंजूर अली, दया सागर बौद्ध लखनऊ, धर्मप्रकाश भारतीय आगरा , बीपी बौद्ध राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मिशन जय भीम, हरीश रेवलिया मुख्य ट्रस्टी भारतीय बौद्ध महासभा, कैप्टेन प्रवीण प्रवीण निखारे, एस के भंडारे मुंबई थे जिन्होंने बहुजन एकता , बौद्धमय भारत की संकल्पना, जाति तोड़ो समाज जोड़ों, संविधान संरक्षण पर विचार व्यक्त किये । भीमराव अम्बेडकर ने कहा कि बुद्ध की लहर चल गई है ,हमें पक्के बौद्ध बनना है तथा उन्हें ट्रेनिंग भी देनी है। राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि हमें प्रबुद्ध भारत बनाना है , वोट की ताकत समझनी है , जाति को छोड़कर सभी बहुजनों को एक होना पड़ेगा हमें अपने अधिकारो को जानना होगा आज भी देश में जाति के नाम पर भेदभाव देखने को मिलता है कही पानी का घड़ा छूने पर, कही मूंछ रखने पर, तो कही घोड़ी चढ़ने पर मारा पीटा जाता है। बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर ने राजनीति में रिजर्वेशन दीया लेकिन हमारे समाजों पर अत्याचर, उत्पीडन होता है जो संसद,विधानसभाओं, राज्य सभा में जीतकर जाने वाले मंत्री, विधायक, सांसद अपने समाज के हक अधिकारों की बात पटल पर नहीं रखते क्यों कि उनका अगला टिकिट नही कट जाए ऐसे चुप्पी साधने वाले जन प्रतिनिधियों को जिताने का नही हराने काम जरुर करो। बड़े-बड़े उद्योगपतियों के ऋण माफ किया जा रहे हैं गरीब आदमियों को थोड़े से ऋण के पीछे मुकदमों में घसीटा जा रहा है रोजगार के साधन सरकारी कंपनियों को प्राइवेट उद्योगपतियों को बेचकर गरीब आदिवासी कमजोर पिछड़ी वर्गों की नौकरियां को खत्म किया जा रहा है आपको अपने अधिकारों और कर्तव्य को जानना होगा और अपने मूल धर्म में घर वापसी करनी होगी और बौद्ध बनना होगा जो दुनिया के 135 देशो में भारत के द्वारा स्थापित किया गया धर्म है भारत का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब फॉरेन जाता है तो बड़े गर्व से कहता है कि मैं बुद्ध के देश से आया हूं बुद्ध और बाबा डा भीम राव अंबेडकर से ही भारत की विदेशों मे पहचान बनी।

भंते कश्यप आनंद जी व भंते लोकपाल ने बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर द्वारा प्रदत्त 22 प्रतिज्ञा सहित त्रिशरण पंचशील देकर धम्म दीक्षा विधि संपन्न कराई कार्यक्रम में संपूर्ण राजस्थान के सभी जिलों से एवं भारत के कई प्रति के जैसे गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र , उत्तर प्रदेश, बिहार के उपासकों उपासिकाओं के अतिरिक्त करीब 20 हजार बौद्ध धम्म अनुयायों एवं अंबेडकर समाज के लोगों ने भाग लिया। मंच संचालन डा सुमन मौर्य डायरेक्टर अंबेडकर अध्ययन केन्द्र राजस्थान विश्वविद्यालय तथा रघुनाथ बौद्ध प्रदेशाध्यक्ष ने किया। धन्यवाद मदन लाल दूदवाल जी प्रदेश संरक्षक मिशन जय भीम ने दिया।

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