राज्यपाल मिश्र ने हिंदी पत्रकारिता दिवस पर पंडित युगुल किशोर शुक्ल के संपादन, प्रकाशन में प्रकाशित देश के प्रथम हिन्दी समाचार पत्र ‘‘उदन्त मार्तण्ड‘‘ का स्मरण करते हुए कहा कि हिंदी भाषा नहीं संस्कृति है। उन्होंने पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए कहा कि लोकतंत्र की जड़ों को सींचकर उसे सदा हरा रखने का कार्य पत्रकार ही करते हैं। वे संवैधानिक अधिकारों के लिए जागरूक करने के साथ आम जन को कर्तव्य पालन के लिए प्रेरित करते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि आज भी हिंदी में सर्वाधिक समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं, सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल है और वेब मीडिया का प्रसार भी सर्वाधिक हिंदी में ही होता है। उन्होंने हिंदी पत्रकारिता के विकास की स्वस्तिकामना करते हुए स्वस्थ और आदर्श मूल्यों का निर्वहन करते हुए मीडिया को राष्ट्र और समाज विकास में सहभागी बनने का आह्वान किया।