प्रदेश को पानी के मामले में समृद्ध बनाने में ईआरसीपी की महत्वपूर्ण भूमिका: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

मुख्यमंत्री के पूर्वी राजस्थान दौरे का दूसरा दिन :- प्रदेश को पानी के मामले में समृद्ध बनाने में ईआरसीपी की महत्वपूर्ण भूमिका -70 हजार पदों पर नई भर्तियां करेगी राज्य सरकार - मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सवाई माधोपुर दौसा एवं टोंक सहित विभिन्न जिलों में मुख्यमंत्री का हुआ भव्य स्वागत - आमजन ने मालाएं पहनाकर तथा फूल बरसाकर किया अभिनन्दन

Feb 26, 2024 - 12:46
Feb 26, 2024 - 13:03
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प्रदेश को पानी के मामले में समृद्ध बनाने में ईआरसीपी की महत्वपूर्ण भूमिका: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान बरसों से पानी की कमी से जूझता आ रहा है। इसलिए प्रदेशवासी इसके महत्व से भली-भांति परिचित हैं। ऐसी स्थिति में पूर्वी राजस्थान की प्यास बुझाने वाली संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना (एकीकृत ईआरसीपी) प्रदेश को पानी के मामले में समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। 

शर्मा ने रविवार को पूर्वी राजस्थान दौरे के दूसरे दिन सवाई माधोपुर, दौसा एवं टोंक सहित विभिन्न जिलों में आयोजित आभार एवं स्वागत सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री का विभिन्न स्थानों पर भव्य अभिनन्दन किया गया। लोगों ने मुख्यमंत्री पर फूल बरसा कर और मालाएं पहनाकर भारी उत्साह के साथ उनका स्वागत किया। इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश को पानी के मामले में समृद्ध बनाने के लिए हमारी पूर्ववर्ती सरकार ने ईआरसीपी की शुरूआत की थी। लेकिन पिछली सरकार ने राजनीति करते हुए पूर्वी राजस्थान के लिए बेहद महत्वपूर्ण इस परियोजना को अटकाने और भटकाने का कार्य किया। हमने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से ऐतिहासिक त्रिपक्षीय एमओयू पर इसे शीघ्र धरातल पर लाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया है। इसका बजट भी 37 हजार करोड़ रूपये से बढ़ाकर 45 हजार करोड़ कर दिया गया है।
युवा, महिला और किसान हितैषी राज्य सरकार
शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार मजदूर, युवा, महिला और किसानों की सरकार है। हमने मात्र दो महीने के कार्यकाल में ही संकल्प पत्र के वादों को पूरा करना प्रारम्भ कर दिया है। राज्य सरकार 70 हजार सरकारी पदों पर भर्ती कर युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाएगी। साथ ही उनके कौशल में वृद्धि कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कर युवाओं के भविष्य पर कुठाराघात किया गया। युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को कड़ी सजा दिलाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। यदि आवश्यकता हुई तो ऐसे मामलों की सीबीआई से भी जांच करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में माफियों और बदमाशों ने राजस्थान को अपनी शरणस्थली बना रखा था। शक्ति और भक्ति की इस पावन धरा पर गुण्डाराज को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश को गैंगवार से मुक्त करने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स गठित की गई है। साथ ही, राज्य सरकार ने 73 लाख परिवारों की महिलाओं को 450 रूपए में गैस सिलेण्डर, गेंहू की एमएसपी पर 125 रूपए का अतिरिक्त बोनस तथा किसान सम्मान निधि की राशि में 2 हजार रूपए की वृद्धि जैसे कई जनकल्याणकारी निर्णय लिए हैं। 

प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में राष्ट्र उन्नति के पथ पर अग्रसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। देश को गरीबी से मुक्त करने तथा वंचित तबके को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना जैसी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनसे गरीबों के जीवन स्तर में अभूतपूर्व बदलाव आया है। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप वोकल फॉर लोकल अभियान के जरिए गांव के व्यक्ति को स्थानीय स्तर पर ही रोजगार मिल रहा है। रक्षा, वित्त, ऊर्जा, परिवहन तथा आभारभूत ढांचे सहित हर क्षेत्र में देश निरन्तर उन्नति कर रहा है। 

ट्रिपल इंजन सरकार की शक्ति से हुए त्वरित फैसले
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रिपल इंजन सरकार की ताकत से चंद महीनों में ही दो बड़े ऐतिहासिक समझौते मूर्त रूप ले पाए हैं। केन्द्र सरकार, मध्यप्रदेश सरकार और राजस्थान सरकार के संयुक्त प्रयास से संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना (एकीकृत ईआरसीपी) का त्रिपक्षीय एमओयू संभव हो पाया। वहीं, शेखावाटी क्षेत्र को जल उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र-हरियाणा तथा राजस्थान सरकार के बीच ताजेवाला हैड वर्क्स से जुड़ा समझौता हुआ जिससे सीकर, चुरू और झुन्झूनूं जिलों को यमुना का पानी मिल सकेगा और उनकी तीन दशक से अधिक पुरानी मांग पूरी होगी। 
मुख्यमंत्री ने पेश किया नियम पालन का अनूठा उदाहरण
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को विभिन्न जिलों में आभार सभाओं के सम्बोधन के दौरान नियमों का पालन करने का अनूठा उदाहरण पेश किया। मुख्यमंत्री के टोंक जिले के निवाई में आभार सभा में पहुंचने के दौरान काफी देरी हो गई और रात्रि के 10 बज गए। ऐसे में रात्रि 10 बजे बाद लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध का पालन करते हुए मुख्यमंत्री बिना माइक के ही लोगों से रूबरू हुए। बाद में मुख्यमंत्री पूर्व सरकारी मुख्य सचेतक स्व. महावीर प्रसाद जैन के निवास पर भी पहुंचे और उनके शोक संतप्त परिजनों को ढाढ़स बंधाया। स्व. जैन का गत दिनों लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया था।  
आभार और स्वागत सभाओं में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व चित्तोडगढ सांसद सी.पी. जोशी, कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल, गृह राज्यमंत्री  जवाहर सिंह बेढ़म, टोंक -सवाई माधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया सहित विभिन्न विधायक, जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

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Vinod Tatiwal Journlist by Choice . @Missionkiawaaz Ex. @Dalittimes, @MediaManthan Independent Journalist in Daily Hunt, Lallanpost, Youth ki Awaaz State President of JK Foundation. Contact No. - 8562884115