मुरैना। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मंगलवार को मध्यप्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने मुरैना जिले में करह धाम आश्रम पहुंचकर पटिया वाले बाबा मंदिर में दर्शन किये। मुख्यमंत्री ने मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
आश्रम परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संत-महात्माओं ने भारतीय संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन किया है। हमारे संस्कार संत महात्माओं की देन है। उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति और परम्पराएं समृद्ध हो रही हैं। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की भव्य प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या विश्व में एक बड़े सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि करह धाम तपोभूमि है जहां संत-महात्माओं ने बरसों तक तपस्या की है। करह धाम के सिय पिय मिलन समारोह की ख्याति देश भर में है। यहां लाखों लोग प्रसिद्ध विद्वानों द्वारा सुनाई जाने वाली रामकथा का श्रवण करते हैं। शर्मा ने पटिया वाले बाबा मंदिर पर पहुंचकर भगवान राम दरबार के दर्शन किये और पटिया वाले बाबा के सामने माथा टेककर आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं वर्षों से चल रही रामधुन में बैठकर धर्मलाभ लिया और सरयू के जल का आचमन किया।
मुरैना प्रवास के दौरान एक सामाजिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान, मध्यप्रदेश दोनों एक दूसरे से सटे हुए राज्य हैं और धौलपुर और मुरैना में कोई अंतर महसूस नहीं होता है। पहले भरतपुर, धौलपुर जिले में आता था, मैं भरतपुर का रहने वाला हूं। उन्होंने कहा कि मुरैना वीरों की भूमि रही है, यहां शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल जैसे महान योद्धा ने जन्म लिया, जिन्हें मैं नमन करता हूं।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।