अनुसूचित जाति के दूसरे मुख्य न्यायाधीश होंगे भूषण रामकृष्ण गवई, 52 वें मुख्य न्यायाधीश होंगे
Bhushan Ramkrishna Gavai - 24 नवंबर 1960 को अमरावती में जन्मे बी आर गवई भारत के 52 वें मुख्य न्यायाधीश होंगे, वह अनुसूचित जाति के दूसरे मुख्य न्यायाधीश होंगे ।

BR Gavai - भारत के 51 वे मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना का कार्यकाल 13 मई को समाप्त हो रहा है। लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिस संजीव खन्ना ने अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में भूषण रामकृष्ण गवई ( बी आर गवई ) का नाम सरकार को भेजा है । 24 नवंबर 1960 को अमरावती में जन्मे बी आर गवई को 24 मई, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। प्रधान न्यायाधीश के रूप में उनका कार्यकाल छह महीने से अधिक होगा और वह 23 नवंबर, 2025 को सेवानिवृत्त होंगे।
बी आर गवई ने कहा से वकालत की शुरुआत की ?
न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई ने 1985 में अधिवक्ता के रूप में नामांकन कराया और मुख्य रूप से बॉम्बे उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ में वकालत की। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के लिए सरकारी वकील और फिर सरकारी अभियोजक के रूप में कार्य किया। न्यायमूर्ति गवई को 14 नवंबर, 2003 को बॉम्बे उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। जस्टिस बी आर गवई ने 16 वर्षों तक बॉम्बे उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। उसके बाद उन्हें 24 मई, 2019 को सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत किया गया ।
अनुसूचित जाति के दूसरे मुख्य न्यायाधीश -
52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालने के बाद, न्यायमूर्ति गवई अनुसूचित जाति ( S C ) समुदाय से आने वाले दूसरे मुख्य न्यायाधीश होंगे। इससे पहले न्यायमूर्ति केजी बालकृष्णन 2010 में मुख्य न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हुए थे ।
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