करौली : किसानों की शिविर में बनाई जाएंगी 11 डिजिट की कृषक आईडी, 5 फरवरी से शुरू
Karauli News - एग्रीस्टैक योजना के तहत चरणबद्ध रूप से ग्राम पंचायत स्तर पर 5 फरवरी से लगाये जायेंगे फार्मर रजिस्ट्री शिविर- जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना
चरणबद्ध रूप से ग्राम पंचायत स्तर पर 5 फरवरी से लगाये जायेंगे फार्मर रजिस्ट्री शिविर- जिला कलेक्टर
करौली ( राजस्थान ) । जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने बताया कि एग्रीस्टैक योजना मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का एक विजनरी कदम है। यह किसान केन्द्रित समाधान उपलब्ध करवाने की दिशा में एक महत्वाकांक्षी पहल साबित होगी। इससे कृषि क्षेत्र में डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में नये अध्याय का पटाक्षेप होगा। इसके अन्तर्गत किसानों की जानकारी का व्यापक डेटाबेस तैयार किया जाएगा। वहीं प्रत्येक किसान को 11 डिजिट की आधार से लिंक्ड एक विशिष्ट कृषक आईडी प्रदान की जाएगी। इसके लिए 5 फरवरी से जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा जिसमें कृषक पंजीयन का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा। इन शिविरों में उक्त आईडी हेतु पंजीकरण के लिए किसानों को आधार कार्ड, जमाबंदी, आधार कार्ड से जुडा हुआ मोबाईल नम्बर साथ लेकर आना है।
उक्त दस्तावेजों के आधार पर कृषक की पहचान सूनिश्चित कर आवश्यक दस्तावेजीकरण एवं कृषक के पुष्टीकरण के पश्चात किसानों को यूनिक आईडी जनरेट कर एसएमएस के माध्यम से रजिस्टर्ड मोबाईल पर निर्धारित समयावधि में उपलब्ध करा दी जाएगी। जिससे किसानों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सुगमता एवं पारदर्शिता आएगी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि इस अभियान को जिले में सफल बनाने के लिए सभी स्तरों पर उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी आदि को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर दिये गये हैं तथा पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गई है। उन्होंने बताया कि 5 फरवरी से 9 फरवरी 2025 तक प्रति तहसील एक ग्राम पंचायत में तीन दिन शिविर लगाये जाएंगे। वहीं 10 फरवरी से 16 फरवरी 2025 तक प्रति तहसील 2-2 ग्राम पंचायत (चार ग्राम पंचायत प्रति तहसील प्रति सप्ताह) एवं 17 फरवरी से 31 मार्च तक अथवा सभी ग्राम पंचायतों में कैम्प लग जाने तक 5-5 ग्राम पंचायते प्रति तहसील (10 ग्राम पंचायत प्रति तहसील प्रति सप्ताह) कैम्प लगाये जाएंगे।
5 फरवरी से 7 फरवरी के प्रथम चरण में विभिन्न तहसीलों में आयोजित किये जाएगे शिविरः- जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने बताया कि तहसील करौली की ग्राम पंचायत राजौर, मासलपुर की डुकावली, सपोटरा की चौडागांव, मंडरायल की दरगंवा, हिण्डौन की महूखास, सूरौठ की जटवाडा, श्रीमहावीर जी की नगला मीना, टोडाभीम की माचडी, नादौती की नादौती एवं बालघाट की रानौली पंचायत में शिविरों का आयोजन 5 फरवरी से 7 फरवरी तक किया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस सम्बन्ध पर विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित कर किसानों को इस मिशन में अहम कड़ी बताया एवं कृषकों को इस मिशन के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने के निर्देश समस्त अधिकारियों को प्रदान किये। जिससे अधिक से अधिक किसानों को इस मुहीम से जोड़ा जा सके और कोई भी अन्नदाता सरकार की किसान कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रह सके। इसलिए किसान हित में की गई इस महत्वपूर्ण पहल का व्यापक स्तर पर सोशल मीडिया आदि पर प्रचार-प्रसार करने के लिए भी सभी स्तरों पर सम्बंधित अधिकारिओं को निर्देशित किया।
एग्रीस्टैक किसानों का गोल्डन रिकॉर्ड साबित होगा -
उल्लेखनीय है कि एग्रीस्टैक कृषि से संबंधित डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढाँचा उपलब्ध कराने की केन्द्र सरकार की परियोजना है। इसके अंतर्गत डिजिटल रूप में क्रॉप सर्वे, फार्मर रजिस्ट्री एवं भू-संदर्भित नक्शे का डेटाबेस निर्माण कर प्रत्येक किसान को विशिष्ट आईडी प्रदान की जाएगी। इसके अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर डेटा तैयार करने से लेकर पीएम किसान सम्मान निधि में ऑटोमेशन, किसान क्रेडिट कार्ड योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं एवं सेवाओं तक किसानों की पहुंच आसान हो सकेगी।
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